Lokesh Gulyani

लोकेश गुलयानी लेखन के क्षेत्र मे अभी उग रहे हैं और वह उगकर एक ऐसा सुंदर पेड़ बनना चाहते हैं, जिसके नीचे बैठकर लोग अपनी परेशानी, थकन और झंझट कम से कम कुछ समय के लिए तो भूल ही जायें। यक़ीनन प्रतिस्पर्धा के युग में उगना अति-विकट है पर जब अंकुर फूट ही गया है तो कोई न कोई आकार लेना तो निश्चित है। लेखक पिछले सात वर्षों से लेखन में हैं और अब तक इनकी निम्न पाँच किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं:
‘जे’
‘बोध’
‘जहनी अय्याशी’
‘वो कहानी यही है’
‘यू ब्लडी शिट पंजाबी’
लेखक से आप निम्न माध्यमों से सम्पर्क स्थापित कर सकते हैं-
ई-मेल : [email protected]