आर्यन उपाध्याय। जन्म और कर्म दोनों से लेखक मि़जाज। क़रीबियों का कहना है कि ये जन्मे ही लेखन के लिए हैं। चलते-फिरते, उठते-बैठते कहानियाँ इनकी आँखों के सामने और मानस पटल पर उछल-कूद करती रहती हैं और ये उन कहानियों में ख़ुद को उलझाए रखते हैं। आर्यन कविताएँ भी लिखते हैं, और क्या ख़ूब लिखते हैं! जब मंच से रचनाएँ पढ़ते हैं तो युवा इनके कविताई इश़्क के रंग में रंग जाते हैं, इसीलिए इन्हें ‘पोएट ऑ़फ रोमांस' भी कहा जाता है। बनारस में जन्मे आर्यन सपनों के सौदागर हैं और इन्होंने इस डायलॉग को दिल में सँजो रखा है कि सपने उन्हीं के पूरे होते हैं जो उन्हें देखने की हिम्मत करते हैं। इन्हें फ़ोटोग्रा़फी का भी जबरा शौ़क है। आप इन्हें सोशल मीडिया पर बड़ी आसानी से खोज सकते हैं।.