लेखक हर्ष जैन मध्यप्रदेश के बाबा महांकाल की नगरी के वाशिंदे हैं | उज्जैन में ही पलकर बड़े हुए हर्ष बीए तृतीय वर्ष के छात्र हैं और विगत 5 सालों से मुंबई में रहकर फिल्म इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं | वर्ष 2020 में एक कैम्पेन के तहत उनकी कुछ कहानियाँ छपी थी | उपन्यास के रूप में उनका यह पहला प्रयास हैं |