विनायक, ठेठ बिहारी हैं। इन्होंने बिहार के मोकामा में ही जिंदगी के शुरूआती 19 वर्ष बिताये हैं। अब भारत सरकार में अपनी सेवा दे रहे हैं। हिन्दी से एम. ए. हैं। कहानियाँ और उपन्यास के अलावा ये कविताएँ भी लिखते हैं। इनके ऑनलाइन पाठकों की संख्या लाखों में है। जहाँ ‘प्रतिलिपि’ पर इनके सवा लाख से ज्यादा पाठक हैं, वहीं डेलीहंट पर पाँच लाख से ज्यादा लोग इन्हें पढ़ चुके हैं। वर्ष 2017 में इनकी पहली किताब ‘एक्स गर्लफ्रेंड'(कहानी-संग्रह) प्रकाशित हुई थी व ‘और कितनी निर्भया’ इनकी दूसरी किताब और पहला उपन्यास है।