छत्तीसगढ़ दुर्ग के अरुण कुमार निगम भारतीय स्टेट बैंक के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। आपका हिन्दी छन्द संग्रह 'शब्द गठरिया बाँध'और गीत संग्रह 'चैत की चंदनिया', अंजुमन प्रकाशन से प्रकाशित है। सर्वप्रिय प्रकाशन से प्रकाशित आपका छत्तीसगढ़ी छन्द संग्रह 'छन्द के छ' काफी लोकप्रिय हुआ है। आपने जनकवि श्री कोदूराम 'दलित' की प्रतिनिधि कविताओं के संग्रह 'बहुजन हिताय-बहुजन सुखाय' का संपादन भी किया है। हल्द्वानी (उत्तराखंड) की डॉ. प्राची सिंह बाल साहित्य की दुनिया में जाना-पहचाना नाम है, आपकी एक बाल-पुस्तक “एक सुनहरी सुबह” अंजुमन प्रकाशन से प्रकाशित है| आपकी एक बाल कहानी “परी व नन्हे बच्चे” विशिष्ट मनोरमा संबोधन पुरूस्कार- 2010 से सम्मानित हो चुकी है|