डॉ. दीपक रूहानी इस समय हिन्दी और उर्दू-साहित्य के बीच सेतु का कार्य करने वाले गिने-चुने लोगों में से एक हैं। प्रसिद्ध उर्दू-आलोचक पद्मश्री शम्सुर्रहमान फ़ारु़की की कुछ पुस्तकों और कई लेखों का अनुवाद कर चुके हैं। ग़ज़ल-आलोचना पर आधारित एक छमाही पत्रिका ‘ग़ज़लकार’ का सम्पादन-प्रकाशन भी करते हैं। इसके अतिरिक्त विभिन्न पुस्तकों का सम्पादन एवं अनुवाद किया है। डॉ. दीपक रूहानी अंजुमन प्रकाशन की छमाही पत्रिका ‘अंजुमन’ के सम्पादक मण्डल के सदस्य हैं। ये मूलत: जनपद प्रतापगढ़ (उ.प्र.) के निवासी हैं तथा रीतिकालीन काव्य पर शोधकार्य करने के पश्चात वहीं एक महाविद्यालय में असिस्टेन्ट प्रोफेसर हैं।