Surabhi singhal

सुरभि सिंघल, फार्मा केमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएट हैं। शादीशुदा जीवन में प्रवेश हो चुका है और उच्च शिक्षा का स़फर अभी थमा नहीं है। खून में केमिकल के साथ-साथ फिलोसॉफी भी घुले होने का असर लेखन के रूप में देखने को मिला। चॉकलेट जितनी पसन्द है उतना ही दुनिया को तस्वीरों में कैद करना। पढ़ना खूब पसंद है तो लिखना आदत में शुमार हो चुका है। सुरभि, मुरादाबाद, यूपी के एक छोटे से कस्बे से हैं और देहरादून की खूबसूरती में स्थायी रूप से अटक गयी हैं। लिहाजा देहरादून ने अब इन्हें वहीं रख लिया है। फीवर 104 डिग्री के बाद ये इनका दूसरा उपन्यास है ।