भारतीय इतिहास' से लखनऊ विश्वविद्यालय से परास्नातक तथा वर्तमान में पत्रकारिता में सक्रिय अनूपमणि त्रिपाठी प्रखर युवा व्यंग्यकार हैं। आप न केवल व्यंग्य की समग्र समझ रखते हैं आपको व्यंग्य की परम्परा के साथ-साथ आज के समय में लिखे जा रहे व्यंग्यों की बारीक़ जानकारी भी है। आप हमेशा नये स्वरों को मंच देने के लिये तत्पर रहते हैं। तेवर और ट्रीटमेंट को लेकर आप के व्यंग्य विशेष ध्यानाकर्षित करते हैं। अनूपमणि त्रिपाठी एक प्रतिष्ठित ऑनलाइन वेब पोर्टेल 'सत्योदय डॉट कॉम' के संपादक हैं। आप स्तंभ लेखन से लेकर कई लेखन प्रतियोगिता में अव्वल रहे हैं साथ ही इनके खाते में कई प्रतिष्ठित पुरस्कार भी जमा हैं। गत वर्ष इनकी व्यंग्य लेख की पाण्डुलिपि 'शोरूम में जननायक' को अंजुमन नवलेखन पुस्कार प्रदान किया गया है।